गुजरात से : खूंटी मामले में ए/सी भारत सरकार क्या कहते हैं...



कुंवर केसरी सिंह के पुत्र रविन्द्र केसरी सिंह जो अभी ए/सी भारत सरकार के वारिश हैं, से उनके गाँव - कटास्वर्ण, तहसील - व्यारा में मुलाकात हुई..उस बातचीत के कुछ अंश :-
मुकेश – खूंटी में जो पत्थरगड़ी हो रही है, क्या इसमें आपका समर्थन है?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – मुझे कोई जानकारी नहीं है वहां क्या हो रहा है.
मुकेश – ए/सी भारत सरकार के नाम से भी कई जगह पत्थरगड़ी हुई है, क्या आपने कहा है?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – ये गलत है, लोग अज्ञान में हैं.
मुकेश – आपके नाम से बैंक खुल गया है, उस पर क्या कहना चाहेंगे?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – वह काम मेरा नहीं. यह गलत है.
मुकेश – वहां आपके समर्थन का दावा करने वाले लोग सरकार और प्रशासन से उग्र आन्दोलन में सम्मिलित हैं, आप क्या कहेंगे?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – मेरी पूरी विचारधारा ही अहिंसा और विश्व शांति पर आधारित है, वे लोग अल्पज्ञानी हैं.
मुकेश – झारखण्ड के पत्थरगड़ी आन्दोलन का आपको मास्टरमाइंड कहा जा रहा है.
रविन्द्र केसरी सिंह जी- ये पत्थरगड़ी क्या है?
मुकेश – इसका मतलब वो लोग गलत अफवाह फैला रहे हैं?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – हाँ
मुकेश – आपके दावे के अनुसार आप एक भूसम्पदा के मालिक हैं, उसके सरकार हैं?
रविन्द्र केसरी सिंह जी- हम प्रिवी कौंसिल के अधीन हैं.
मुकेश – लेकिन कोल्हान तो ब्रिटिश इंडिया में नहीं था, और न ही प्रिवी कौंसिल में वह एरिया आउटसाइड ब्रिटिश इंडिया था..
रविन्द्र केसरी सिंह जी – कुछ नहीं बोले
मुकेश – हम कोल्हान के लोग विलकिंसन रुल के अधीन आज भी विशेष सामाजिक न्याय की प्रक्रिया को गाँव समाज में अनुपालित करते हैं और सभी सरकारी एजेंसियां भी सहयोग करती है..
रविन्द्र केसरी सिंह जी- कुछ नहीं बोले..
मुकेश – आप ए/सी शब्द का इस्तेमाल करते हैं, क्या यह हमारे आदिवासी भाषा का शब्द है?
रविन्द्र केसरी सिंह जी- नहीं, यह डॉक्यूमेंट में एग्रीमेंट में है.
मुकेश - क्या आपके अंग्रेजों के साथ एग्रीमेंट को झारखण्ड क्षेत्र में लागू माना जा सकता है?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – कुछ नहीं बोले.
मुकेश – आप नॉन जुडिशियल की बात करते हैं?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – हाँ
मुकेश – यह क्या है?
रविन्द्र केसरी सिंह जी- प्राकृतिक तौर तरीके..
मुकेश – लेकिन हम भी प्राकृतिक जीवन जीते हैं, लेकिन इस शब्द के बिना ही..
रविन्द्र केसरी सिंह जी- कुछ नहीं बोले
मुकेश – भारत का संविधान जुडिशियल है या नॉन जुडिशियल?
रविन्द्र केसरी सिंह जी- जुडिशियल
मुकेश – सुप्रीम कोर्ट के फैसले?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – जुडिशियल
मुकेश – फिर खूंटी में पत्थरगड़ी की अगुवाई करने वाले लोग संविधान पकड़ कर नॉन जुडिशियल की बात करते हैं.
रविन्द्र केसरी सिंह जी- गलत हैं वो लोग, अल्पज्ञान है, ये.
मुकेश – क्या विजय कुजूर जी आपके यहाँ आए थे?
रविन्द्र केसरी सिंह जी – हाँ दो बार मिले..
मुकेश – बबिता कच्छप?
रविन्द्र केसरी सिंह जी- वो भी.
मुकेश – क्या आप खूंटी क्षेत्र के लोगों को कोई सन्देश देना चाहेंगे?
रविन्द्र केसरी सिंह जी- मेरे यहाँ पर अहिंसा और विश्व शांति पर सम्मलेन होता है, वही मेरा सन्देश है.
बहुत सारी बातें हुई...

Comments

Anonymous said…
Please provide full conversation!
Thank you
Anonymous said…
Full conversation and with proof