गंगा राम कलुन्डिया की हत्या की सीबीआई से जाँच की मांग

सेवा में,
मुख्यमंत्री महोदय
झारखण्ड सरकार, रांची।
विषय : शहीद गंगा राम कालुन्डिया की हत्या की सीबीआई से जाँच करने के सम्बन्ध में
माननीय महोदय,
उपरोख्त के संदर्भ में सादर निवेदन है की -
सन १९८२ में तत्कालीन बिहार सरकार के मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के शासन काल में सरकार ने उक्त परियोजना का शांतिपूर्ण रूप से विरोध करने वालों कि अनसुनी करके आन्दोलन पर उतर आने के लिए उकसाया था और शांति पूर्ण समझौता करने के बजाय सरकार ने दमन और आतंक का अलोकतांत्रिक रास्ता अपनाया और उक्त परियोजना का विरोध करने वाली जनता में दहशत का वातावरण सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को बेलगाम छोड़ दिया था। जिसके परिणाम स्वरुप बर्तमान पश्चिम सिंहभूम के मंझारी पुलिस थाना अंतर्गत इलिगाडा निवासी, भारतीय सेना के सेवानिवृत नायक सूबेदार राम नारायण कालुन्डिया को जिन्हें सन १९६५ के युद्ध में असाधारण शौर्य के लिए महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया था, उनकी घर जाकर पहले तो उनकी जांघ में गोली मार कर जख्मी किया गया, फिर पुलिस कि गाड़ी में उठाकर डाल दिया गया और संभवत: उन्हें रास्ते भर भयंकर शारीरिक यंत्रणा दी गई और उनके गुप्तांग भी काटे गए क्योंकि इलिगाडा ग्राम से चाईबासा जानेवाली सड़क पर पड़ने वाले गाँव के ग्रामीण ने पुलिस कि उक्त गाड़ी से गंगाराम कालुन्डिया कि मर्मभेदी चीखें सुनी थी। ४ अप्रैल १९८२ को गंगाराम कलुन्दिया का जख्मों से बुरी तरह विकृत मृत शारीर उनके गाँव वालों के हवाले किया गया था तब शरीर पर संगीन के अनेक निशान थे और उनके गुप्तांग कटे हुए पाय गए थे। इसके अलावे उनके दाहसंस्कार के बाद उनकी अस्थियाँ चुनते समय राख से चर्रों कि गोलियां मिली थी। उपरोक्त तथ्यों कि पुष्टि तत्कालीन बिहार राज्य कि जनजाति कल्याण आयुक्त श्रीमती सुनीला बसंत कि संलग्न रिपोर्ट कि प्रतिलिपि से भी होती है। किसी व्यक्ति कि हत्या करके इस प्रकार विकृत करने के पीछे निश्चय ही एकमात्र मंशा आतंक फैलाना था।
अत: उपरोख्त के अलोक में आपसे अनुरोध है की स्व० गंगा राम कालुन्डिया की हत्या की सीबीआई जाँच की जाय जैसा की तत्कालीन बिहार राज्य कि जनजाति कल्याण आयुक्त श्रीमती सुनीला बसंत कि संलग्न रिपोर्ट कि प्रतिलिपि में भी कहा गया है।

विश्वासभाजन
मुकेश बिरुआ, राष्ट्रिय उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा
दासकन कुदादा, अध्यक्ष, कोल्हान पोदाहत विस्थापन प्रतिरोधी आदिवासी जनसंगठन
साधो पुरती, अध्यक्ष, ईचा खडकई बांध विरोधी संघ
सुजीत कालुन्डिया, सचिव कोल्हान रक्षा संघ.

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