सरायकेला खरसावाँ जिला अंतर्गत रायपुर (रघुनाथपुर) के माझी नाला से 11 बजे
अपरहण विदाई दिया गया और पदयात्री राजभवन के लिए आगे बढ़ चले। दिन के 12 बजे
कटिया में ग्रामीणों ने स्वागत किया। ट्राइबल आदिम भूमिज कौंसिल के द्वारा
चांडिल चौक में 1 बजे अपरहण स्वागत किया गया। चांडिल विस्थापित समिति के
द्वारा चांडिल डैम परिसर में स्वागत एवं भोजन दिया गया। फिर उसके बाद
राष्ट्रिय राजमार्ग से होते हुए चौका में आमसभा एवं रात्रि विश्राम किया
गया। जगह जगह लोगों के स्वागत में उतरने से पदयात्री काफी खुश एवं उत्साहित
हैं। यह यात्रा संविधान के पांचवी अनुसूची को लागू करने एवं आदिवासियों पर
हो रहे अत्याचार एवं अन्याय के विरुद्ध एक राज्यव्यापी जागरूकता आन्दोलन
है। राज्य के कोने कोने से आदिवासी/मूलवासी अपनी अपनी समस्याओं के साथ आ
रहे हैं और अपने संविधानिक गार्जियन राज्यपाल को अपना दुकड़ा सुनायेंगे।
आदिवासी काफी उम्मीद लेकर आ रहे हैं की राज्यपाल उनकी समस्याओं का हल निकालेंगे। आदिवासी अपने क्षेत्रों में शांति एवं सुशासन में रह सकेंगे। आदिवासी अपने क्षेत्रों में शांति एवं सुशासन में रह सकेंगे। इसी उम्मीद के साथ लोगों का काफिला राजभवन की ओर आ रहा है।
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