हो भाषा को आठवीं अनुसूची में लाने के लिए हो लोगों का दिल्ली दौरा

हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने एवं सरना धर्म कोड के लिए आदिवासी हो समाज महासभा चाईबासा एवं सराइकेला खरसावाँ, युवा महासभा केन्द्रीय एवं जमशेदपुर इकाई, हो रायटर्स असोसिअशन, ओड़िशा, हो स्टूडेंट यूनियन भुबनेश्वर, के प्रतिनिधि नई दिल्ली में कैंप किए हुए हैं। सर्वप्रथम २० अगस्त १३ को देश के आदिवासियों के साथ सम्मिलित रूप से सरना धर्म कोड के लिए जंतर मन्तर पर धरना देकर प्रधान मंत्री एवं गृह मंत्री भारत सरकार को मेमोरेंडम सौंपा गया। उसके बाद सुशीला पूर्ती सदस्य आल इंडिया कांग्रेस कमिटी के साथ जय राम रमेश, मंत्री भारत सरकार, ग्रामीण विकास विभाग से वार्ता हुई। जिन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए व्यक्तिगत रूचि दिखाते हुए हो भाषा को प्राथमिकता के आधार पर आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए गृह मंत्रालय को पत्र अग्रसारित किया। धर्मेन्द्र प्रधान,(ओड़िशा) राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रिय सचिव भाजपा के साथ आर0 पी0सिंह राज्यमंत्री गृह मंत्रालय, भारत सरकार से वार्ता हुई, जिसमें मंत्री ने कैबिनेट में आवश्यक संशोधन का प्रस्ताव का कैबिनेट नोट देने की बात कही। डॉ अजय कुमार, लोकसभा सांसद जमशेदपुर के साथ गृह सचिव भारत सरकार श्री अनिल गोस्वामी से वार्ता हुई, जिसमें यथाशीघ्र हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए बिल लाने की बात कही गई। साथ ही डॉ अजय कुमार ने १०० सांसदों से समर्थन के लिए हस्ताक्षर अभियान भी शुरू कर दिया है। हो समाज के प्रतिनिधियों में मधुसूदन मारला, भूषण पाट पिंगुवा, मुकेश बिरुवा, दामोदर हांसदा, लक्ष्मिधर तियु(ओड़िशा), के०सी०बिरुली (ओडिशा), कार्तिक बाँदा (बंगाल), सुरा बिरुली, बलभद्र बिरुवा (जे०एन०यू०) सहित ३५ लोगों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में है। जिस तरह देश के सांसदों का समर्थन हो समाज को मिल रहा है उससे उम्मीद है की आगामी लोकसभा सभा चुनाव से पहले हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करा लिया जायेगा और हो समाज के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।

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